7th Hindi

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१.७ प्यारा देश

गंगा जिसकी अक्षुण्ण धरोहर यमुना-सा निर्मल मन जिसका ऐसा प्यारा देश है किसका ? सबसे पहले सूरज आकर रच जाता सिंदूर सुबह का लाली किरणें चूनर बनतीं भोर करे श्रृंगार […]

१.६ कुछ स्‍मृतिया

रामनाथपुरम में रहते हुए अयादुरै साेलोमन से मेरे संबंध एक गुरु-शिष्य के नाते से अलग हटकर काफी प्रगाढ़ हो गए थे । उनके साथ रहते हुए मैंने यह जाना कि […]

१.5 (ब) जीवन

सबको गले लगाते चलना, स्नेह नगर से जब भी गुजरना । अनगिन बँूदों में कुछ को ही आता है फूलों पे ठहरना । बरसों याद रखें ये लहरें सागर से […]

१.5 (अ) असली गवाह

बहुत पहले की बात है । एक दिन राजा कृष्णदेव राय दरबार में बैठे दरबारियों से किसी गंभीर विषय पर बातचीत कर रहे थे। तभी बाहर से किसी की आवाज […]

१.4 सोनू हाथी

दृश्य १ (जंगल में लकड़हारा पेड़ काट रहा है । कुल्‍हाड़ी के वार से आहत हो पेड़ दर्द से कराहता है । ) पेड़ ः लकड़हारे भाई ! मुझे मत […]

१.३ अलग अंदाज में होली

होली का त्याेहार नजदीक था । मुहल्लेके बच्चे इस बार त्योहार को नए तरीके से मनाने के लिए इकट्ठे हुए । किसी ने कहा, ‘इस बार हम डीजे के साथ […]

१.२ सब चढ़ा दाे वहॉ

एक दिन फूल से तितलियों ने कहा, कैसे रहते हो खुश तुम हरेक हाल में? फूल बोला कि खुशबू लुटाता हँू मैं, जब कि रहता हूँ कॉंटों के जंजाल में […]

७. कुछ पाकर देख

ुछ खोकर, कुछ पाकर देख । दुनिया नई बसाकर देख । मौसम कदमों पर होगा गैरों को अपनाकर देख । कांॅटे खुलकर हँस देंगे बहलाकर, सहलाकर देख । मैं भी […]

६. परिश्रम ही पूजा

परिश्रम ही पूजा है । पूजा तो पूजा ही होती है । पूजा परमात्मा की होती है । इष्टदेव की होती है । इस पर विचार अलग-अलग हो सकते हैं […]